उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं और आपात स्थितियों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए अब सिविल डिफेंस यूनिट का दायरा बढ़ाया जा रहा है. राज्य सरकार ने इसके लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर ली है.
हरिद्वार, उधम सिंह नगर, चंपावत, पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी में यूनिट स्थापित करने की योजना
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि देहरादून के अलावा छह अन्य जिलों—हरिद्वार, उधम सिंह नगर, चंपावत, पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी—में सिविल डिफेंस यूनिट स्थापित की जाएंगी. ये जिले या तो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे हुए हैं या फिर संवेदनशील क्षेत्र में आते हैं.
कोटद्वार, रुड़की और हल्द्वानी में भी यूनिट की संभावनाएं, गृह मंत्रालय करेगा अंतिम फैसला
राज्य सरकार ने कोटद्वार, रुड़की और हल्द्वानी को भी आबादी के लिहाज से यूनिट स्थापना की संभावित सूची में रखा है. हालांकि, इन स्थानों पर अंतिम फैसला केंद्र सरकार लेगी.
1970 में देहरादून में बनी थी पहली सिविल डिफेंस यूनिट, अब जरूरत विस्तार की
गौरतलब है कि देहरादून में सिविल डिफेंस की शुरुआत 1970 में हुई थी, जब शहर की आबादी महज चार लाख थी और 22 पोस्ट स्थापित की गई थीं. आज यह संख्या 250 वार्डनों तक पहुँच चुकी है, लेकिन अब आबादी 20 लाख से अधिक हो चुकी है. ऐसे में आपदा प्रबंधन के लिए विस्तार अनिवार्य हो गया है.