पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के खिलाफ भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बीच हरियाणा सरकार सतर्क हो गई है. राज्यभर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और सभी विभागों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. साथ ही अधिकारियों को अपने मुख्यालय न छोड़ने का सख्त आदेश दिया गया है. स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के महानिदेशक की ओर से गुरुवार को सभी जिलों के सिविल सर्जनों और प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों को लिखित निर्देश भेजे गए हैं. यदि कोई अवकाश लेना अनिवार्य हो तो इसके लिए विशेष अनुमति लेनी होगी.
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में राज्य की सुरक्षा स्थिति पर विस्तृत चर्चा की गई. बैठक के बाद सभी जिलों के उपायुक्तों, पुलिस आयुक्तों, एडीजीपी, आईजी और एसपी को निर्देश दिए गए हैं कि वे सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतें.
बुधवार को राज्य के सभी 22 जिलों में डिफेंस मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई, जिसमें अस्पतालों और फायर ब्रिगेड की तैयारियों को भी परखा गया. सरकार ने कोविड-19 जैसी स्थिति के लिए फिर से अस्पतालों को उसी स्तर की तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं. मॉक ड्रिल के दौरान सामने आईं खामियों को तुरंत दूर करने के आदेश भी दिए गए हैं.
हरियाणा की खुफिया एजेंसियां भी पूरी तरह अलर्ट पर हैं. संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के साथ-साथ केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से समन्वय बनाया गया है. प्रदेश के भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और इंटर-स्टेट बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और सभी जिलों से पल-पल की रिपोर्ट ली जा रही है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हरियाणा में बढ़ती सुरक्षा तैयारियां अब दिखा रही हैं कि राज्य हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.