महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, यानी मनरेगा में 71 करोड़ रुपये की धांधली के मामले में राज्य सरकार के पंचायत राज्यमंत्री बचुभाई खाबड़ के बेटे बलवंत खाबड़ और तहसील विकास अधिकारी दर्शन पटेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरफ्तारी के बाद राज्य की राजनीति में जबरदस्त हलचल मच गई है.
दाहोद जिला ग्रामीण विकास एजेंसी की शिकायत पर पुलिस ने इस घोटाले की जांच शुरू की थी. आरोप है कि साल 2021 से 2025 के बीच मनरेगा के तहत बिना कोई काम किए भारी भरकम भुगतान उठाया गया. शुरुआती जांच में पांच कर्मचारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. अब मंत्री के बेटे और एक वरिष्ठ अधिकारी की गिरफ्तारी ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है.
गिरफ्तार दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने 5 दिन की रिमांड हासिल की है. इस मामले में पूछताछ के लिए और नाम सामने आ सकते हैं.
विपक्ष इस मामले में सरकार को घेरे हुए है और मंत्री बचुभाई खाबड़ से इस्तीफे की मांग कर रहा है. अब देखना यह होगा कि इस मामले में और कौन-कौन से नाम सामने आते हैं और सरकार इस पर क्या कदम उठाती है.