पहलगाम की शांत और खूबसूरत वादियों में गूंजे गोलियों के धमाके। आतंकियों ने कश्मीर घूमने आए मासूम और निहत्थे लोगों पर कायराना हमला कर 26 निर्दोष नागरिकों की जान ले ली। इस वीभत्स हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है.
यह हमला न सिर्फ इंसानियत पर हमला है, बल्कि देश की आत्मा पर गहरी चोट भी है. गोलियों की गूंज ने कई घरों के चिराग बुझा दिए. किसी ने अपना बेटा खोया, तो किसी ने पति, और किसी की मांग सुनी हो गई. इस घटना से कश्मीर में पहली बार पर्यटकों को निशाना बनाया गया है, जिसने सभी को सकते में डाल दिया है.
हमले के बाद देशभर में गुस्सा है और मांग उठ रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा दी जाए. इस हमले ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को और तनावपूर्ण बना दिया है.
भारत सरकार ने इस हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं. अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का अल्टीमेटम भी दिया गया है. बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को भी अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है.
इस फैसले का असर अब व्यापार पर भी दिखने लगा है. खासकर अफगानिस्तान के साथ होने वाला आयात-निर्यात प्रभावित हुआ है.
आयात-निर्यात एसोसिएशन के नेता अनिल मेहरा के मुताबिक, अफगानिस्तान से आने वाले ड्राई फ्रूट, प्याज और फलों का कारोबार ठप पड़ सकता है. रोजाना करीब 30 से 35 ट्रकों का व्यापार होता है, जिसकी अनुमानित कीमत 689 करोड़ रुपये बताई जा रही है. सरकार की ओर से अब तक कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं, लेकिन अगर बॉर्डर बंद रहा, तो सारा व्यापार समुद्री मार्ग से करना पड़ेगा.