पंजाब बाढ़ त्रासदी: AAP सांसदों ने की उदारता से राहत कार्यों को मिला बल

अरशद खान: पंजाब में पिछले 37-50 वर्षों की सबसे भयानक बाढ़ ने जनजीवन को पूरी तरह से ठप कर दिया है। भारी वर्षा और नदियों के उफान से 23 जिलों में 1,400 से अधिक गांव डूब गए हैं, 30 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि लाखों लोग बेघर हो चुके हैं। फसलें बर्बाद, पशुधन नष्ट और संपर्क मार्ग कट जाने से स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। ऐसे में आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसदों ने अपनी उदारता से राहत कार्यों को गति दी है। पार्टी के सभी सांसद और विधायकों ने एक महीने की सैलरी पंजाब मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने का ऐलान किया है, जबकि कुछ ने व्यक्तिगत स्तर पर लाखों-करोड़ों रुपये की सहायता की है।

AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक वीडियो संदेश में कहा, “पंजाब हमेशा देश की मदद करता रहा है, आज हम सबको एकजुट होकर पंजाब के साथ खड़ा होना चाहिए।” उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से राजनीति भूलकर सहायता की अपील की। पार्टी के सांसदों के दान ने न केवल राहत कार्यों को मजबूती दी है, बल्कि अन्य लोगों को भी प्रेरित किया है।

सबसे बड़ा दान AAP के राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने किया है। उन्होंने अपने सांसद निधि (MPLAD) फंड से 5 करोड़ रुपये फेरोजपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए समर्पित कर दिए। पाठक ने कहा, “पंजाब की मिट्टी ने हमें पाला है, अब हमारी बारी है।” यह दान अब तक किसी भी सांसद का सबसे बड़ा योगदान माना जा रहा है। इसी तरह, राज्यसभा सांसद डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने 20 लाख रुपये दान किए हैं। मित्तल ने बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास पर जोर देते हुए कहा कि यह राशि तत्काल राहत के लिए उपयोगी होगी।

पंजाब से राज्यसभा सांसद और पूर्व मंत्री मीत हayer ने 25 लाख रुपये का योगदान दिया। हayer, जो खुद पंजाब के राजनीतिक पटल पर सक्रिय हैं, ने कहा, “हमारी सरकार और पार्टी हर संकट में जनता के साथ है।” वहीं, दिल्ली से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 2 लाख रुपये दान कर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा में राजनीति नहीं, मानवता की जरूरत है।”

ये दान AAP के व्यापक अभियान का हिस्सा हैं, जिसमें दिल्ली यूनिट से राहत सामग्री के ट्रक भेजे जा रहे हैं। पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने पहले काफिले का नेतृत्व किया। कुल मिलाकर, AAP सांसदों के दान से राहत कोष में करोड़ों रुपये जुड़ गए हैं, जो भोजन, दवा, पानी और पशु चारे जैसे जरूरी सामान की व्यवस्था में सहायक होंगे।हालांकि, केंद्र सरकार से विशेष पैकेज की मांग उठ रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 60,000 करोड़ रुपये के लंबित फंड जारी करने की अपील की है। विपक्षी दलों ने भी सहायता का वादा किया है, लेकिन AAP का योगदान सराहनीय रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे दान से न केवल तत्काल राहत मिलेगी, बल्कि पुनर्वास कार्यों को भी गति मिलेगी। पंजाब की इस त्रासदी में एकजुटता ही एकमात्र रास्ता है।

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