अरशद खान: देश में जीएसटी परिषद की हालिया बैठक ने आम जनता को राहत और कुछ खास क्षेत्रों को झटका दिया है। सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने और जीवन-यापन को आसान बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
सबसे बड़ी खबर यह है कि रोजमर्रा की कई आवश्यक चीजों से जीएसटी हटा दिया गया है। इनमें दाल, चावल और गेहूं जैसे अनाज शामिल हैं, जो अब टैक्स-फ्री हो गए हैं। इसके अलावा, छोटे बच्चों के लिए डायपर और कुछ जीवन-रक्षक दवाओं पर भी जीएसटी की दरें कम की गई हैं, जिससे परिवारों पर आर्थिक बोझ कम होगा।
दूसरी ओर, सरकार ने कुछ लग्जरी और गैर-आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी की दरें बढ़ाई हैं। इनमें महंगा फर्नीचर, विदेशी चॉकलेट और कुछ प्रीमियम सौंदर्य उत्पाद शामिल हैं। इस कदम का उद्देश्य लग्जरी खपत को कम करना और राजस्व बढ़ाना है।
कुल मिलाकर, इस जीएसटी बदलाव को ‘गरीब समर्थक’ कहा जा रहा है। सरकार का तर्क है कि इससे आम आदमी को सीधे फायदा होगा, जबकि अमीर वर्ग को देश के विकास में अधिक योगदान देना होगा। इन फैसलों का अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल जनता को मिली इस राहत से खुशी का माहौल है।