संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के वरिष्ठ नेता एवं भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के अध्यक्ष जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उन्हें तुरंत बरनाला के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है. जगजीत सिंह डल्लेवाल आज बरनाला जिले के धनौला मंडी में आयोजित एक महापंचायत में भाग लेने पहुंचे थे, जहां उनकी तबीयत खराब हो गई.संगठन के नेताओं के अनुसार, डल्लेवाल को पेट में तेज दर्द होने लगा, जिसके बाद उन्हें बीएमसी अस्पताल बरनाला में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू कर दिया है.
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए किसान यूनियन सिद्धूपुर के नेता रणजीत सिंह ने कहा कि डल्लेवाल को पहले खन्ना के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन इसके बाद उन्हें किसान रैली में लाने के दौरान पेट में दर्द होने लगा और उन्हें बरनाला के निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. रैली में बोलते हुए जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की मांगों को लागू करने के बजाय 13 फरवरी 2024 को हरियाणा की भाजपा सरकार ने किसानों के खिलाफ अत्याचार किए. उन्होंने कहा कि किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलनों पर पुलिस ने आंसू गैस, रासायनिक गैसें और मोर्टार इंजेक्टर का प्रयोग किया.
इस दौरान चार किसानों की आंखों की रोशनी चली गई और करीब 435 किसान घायल हो गए. डल्लेवाल ने आगे कहा कि 19 मार्च को चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के साथ बैठक के बाद पंजाब सरकार ने अपने वादों के विपरीत किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया और किसानों पर पुलिस बल का इस्तेमाल कर उनकी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया.
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन किसानों की ट्रॉलियां चुराने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय किसानों और उनकी मदद करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर रही है, जो बिल्कुल अस्वीकार्य है. किसान नेताओं ने अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए कहा कि वे किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे और किसी भी तरह के उत्पीड़न के खिलाफ खड़े रहेंगे. यह घटनाक्रम पंजाब के किसानों के आंदोलन को लेकर जारी तनावपूर्ण स्थिति का एक और उदाहरण बनकर सामने आया है.