बीजेपी ने शनिवार को राहुल गांधी से पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि सशस्त्र बल हिंसा प्रभावित मणिपुर में भारतीयों पर गोलीबारी करेंगे? इसने दावा किया कि कांग्रेस नेता के मन में लेशमात्र भी लोकतंत्र नहीं है। यह उल्लेख करते हुए कि गांधी ने दावा किया कि यदि अनुमति दी जाए तो सशस्त्र बल कुछ ही दिनों में राज्य में शांति बहाल कर सकते हैं,
भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि क्या वह वही चाहते हैं जो उनकी दादी और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1960 के दशक में आइजोल में वायुसेना को बमबारी करने का आदेश देकर किया था। कांग्रेस ने कहा है कि वायुसेना का इस्तेमाल तब सशस्त्र उग्रवादी समूहों को निशाना बनाने के लिए किया गया था।
प्रसाद ने पूछा, “क्या राहुल गांधी को लगता है कि सशस्त्र बल मणिपुर में भारतीयों पर गोली चलाएंगे? या उन्हें सद्भाव फैलाना चाहिए और भारतीयों को एकजुट करने के लिए काम करना चाहिए।” उन्होंने रेखांकित किया कि मणिपुर में दो समूहों के बीच काफी तनाव है। प्रसाद ने गांधी पर संसद में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया।
हालांकि, लोकसभा में उनके कुछ विवादास्पद संदर्भ हटा दिए गए, लेकिन गांधी ने एक संवाददाता सम्मेलन में सरकार के खिलाफ अपना आरोप दोहराया कि उसकी राजनीति के कारण मणिपुर में भारत माता की “हत्या” हुई। प्रसाद ने कहा कि गांधी न तो देश को समझते हैं और न ही इसकी राजनीति को। भाजपा नेता ने विपक्ष पर संसद के मानसून सत्र के दौरान इसे बार-बार बाधित कर “पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना” व्यवहार करने का भी आरोप लगाया।
‘लगता है राहुल गांधी अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं’
इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा में कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी के भाषण से ‘भारत माता’ शब्द नहीं बल्कि असंसदीय शब्दों को हटाया गया और उनके बयानों से ऐसा प्रतीत होता है कि वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। संसद का मानसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किये जाने के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के बयान के बारे में एक सवाल के जवाब में जोशी ने कहा, ” राहुल गांधी का आज का बयान देशहित में नहीं है, उन्हें समझ नहीं है और ऐसा प्रतीत होता है कि वह मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।