जालंधर: आम आदमी पार्टी को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब उसके जालंधर सेंट्रल से विधायक रमन अरोड़ा को विजिलेंस विभाग ने भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार सुबह विजिलेंस टीम ने उनके घर पर छापेमारी की और तलाशी के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
क्या हैं आरोप?
रमन अरोड़ा पर आरोप है कि उन्होंने नगर निगम अधिकारियों के साथ मिलकर जालंधर के आम नागरिकों को झूठे नोटिस भेजे और फिर उनसे पैसे लेकर वो नोटिस वापस करवाए. इन शिकायतों के बाद विजिलेंस ने जांच शुरू की, जो अब गिरफ्तारी तक पहुंच चुकी है.
पहले ही हटाई गई थी सुरक्षा
गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले ही पंजाब सरकार ने अरोड़ा की सुरक्षा वापस ले ली थी. अरोड़ा के पास आम विधायकों की तुलना में तीन गुना ज्यादा सुरक्षा थी, लेकिन 13 मई को अचानक उनका पूरा सुरक्षा कवर हटा लिया गया. अरोड़ा ने बताया था कि उन्हें “ऊपर से आदेश” का हवाला देकर सुरक्षाकर्मी वापस बुला लिए गए. इस कदम ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी.
अरोड़ा की सफाई और आरोप
गिरफ्तारी से पहले अरोड़ा ने मीडिया से कहा था कि उन्हें सुरक्षा हटाने की वजह नहीं बताई गई है, लेकिन वे पार्टी और सरकार के साथ खड़े हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कांग्रेस से जुड़े लोग उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
सरकार की बड़ी कार्रवाई
भगवंत मान सरकार की इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ के तहत एक बड़ा कदम माना जा रहा है. हालांकि, अब देखना होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और रमन अरोड़ा पर लगे आरोप कितने ठोस साबित होते हैं.