अरशद खान: चंडीगढ़ नगर निगम की आम सभा की बैठक एक बार फिर हंगामे और सियासी खींचतान का शिकार हो गई. भाजपा और कांग्रेस-आप गठबंधन के पार्षदों के बीच उस समय जमकर हंगामा हुआ, जब एक विकास परियोजना के नींव पत्थर की प्लेट पर नाम लिखने को लेकर विवाद खड़ा हो गया.
विवाद की मुख्य वजह: बताया गया कि भाजपा पार्षदों ने मांग की कि विकास कार्य के नींव पत्थर की प्लेट पर सांसद किरण खेर का नाम सबसे ऊपर लिखा जाए. विपक्ष (कांग्रेस और आप) के पार्षदों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि पहले स्थानीय पार्षद का नाम लिखा जाना चाहिए, जिसके बाद अन्य गणमान्य व्यक्तियों का यह बहस जल्द ही तीखी नोकझोंक में बदल गई और दोनों पक्षों के पार्षद एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए, जिससे सदन में धक्का-मुक्की की नौबत आ गई.
मेयर और पार्षद प्रेम लता में तीखी बहस: इस दौरान, विवाद को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहीं मेयर (भाजपा) और विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) की पार्षद प्रेम लता के बीच भी तीखी बहस हुई. प्रेम लता ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल मनमानी कर रहा है और विपक्ष के मुद्दों को दबाया जा रहा है. उन्होंने मेयर पर नियमों का उल्लंघन करने और सदन की कार्यवाही निष्पक्ष ढंग से न चलाने का आरोप लगाया. मेयर ने पलटवार करते हुए पार्षदों को शांत रहने और नियमों का पालन करने की हिदायत दी, लेकिन सदन में शोर-शराबा जारी रहा.
इस हंगामे के कारण शहर के जरूरी विकास एजेंडों पर चर्चा बाधित हुई और मेयर को अंततः बैठक कुछ समय के लिए स्थगित करनी पड़ी.