सुमित/ नई दिल्ली: देश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन-रबी अभियान 2024 में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रतिभाग किया. यह कार्यक्रम भारत रत्न सी० सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम एनएएससी कॉम्प्लेक्स, पूसा, नई दिल्ली में आयोजित हुआ. कार्यक्रम में कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर और भागीरथ चौधरी सहित उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल, गुजरात सहित कई अन्य प्रदेशों के कृषि मंत्री भी उपस्थित रहे. सम्मलेन में तिलहन और दलहन स्वच्छ पौध कार्यक्रम एनपीएसएस और आईपीएमएस, डिजिटल कृषि, बीज साथी पोर्टल और बीज वितरण जैसे विषयों में विस्तार से चर्चा की गई. सम्मेलन में कृषि पद्धतियों में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया. जिससे सभी हितधारकों के लिए एक सफल रबी अभियान सुनिश्चित हो सके.
अपने संबोधन में सूबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों एवं कृषि जलवायु समस्त प्रकार की फसलों के उत्पादन हेतु अत्यधिक अनुकूल है. उन्होंने कहा कि रबी सत्र 2024 हेतु प्रदेश में समस्त आवश्यक तैयारी कर ली गई है, बीज, खाद्य एवं उर्वरक की उपलब्धता मॉगनुसार है. उन्होंने कहा कि जैविक खेती के अन्तर्गत अधिक से अधिक क्षेत्रफल आच्छादित करने के लिए भारत सरकार के सहयोग से राज्य में परम्परागत कृषि विकास योजना तथा नमामि गंगे योजना का संचालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केन्द्र पोषित राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन के संचालन हेतु प्रदेश के 11 जनपदों में 6400 हैक्टेयर क्षेत्रफल तथा कृषकों का चयन कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अपने स्तर से गंगा नदी स्वच्छता कार्यक्रम के तहत “नमामि गंगे प्राकृतिक कृषि कोरिडोर योजना” का संचालन 1950 हैक्टेयर क्षेत्रफल में प्रारम्भ भी कर दिया है. कृषि मंत्री गणेश जोशी ने संबोधन के दौरान कृषि के क्षेत्र में रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक प्रयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने भारत सरकार से एक नई गाइडलाइन तय करने का सुझाव भी दिया.