तिकोना परांठा, गोल परांठे से ज्यादा स्वादिष्ट क्यों लगता है ?

अरशदखान/देहरादून: परांठा भारतीय सभ्यता में नाश्ते के रुप में सबसे ज्यादा खाया जाता है। बचपन में इसका शौक ऐसा रहता है कि घर से लेकर स्कूल के टिफिन तक में परांठा आपके साथ-साथ रहता है। इसमें त्रिकोणीय आकार का परांठा हमें गोल परांठे से अक्सर ज्यादा पसंद आता है। लेकिन क्यों..?

इस सवाल का जवाब है क्योंकि तिकोना परांठे को बनाने में आटे की कई लेयर बन जाती हैं जिससे परांठे को बनाते वक्त अच्छे से सिकाई भी जाती है। इसके Tasty लगने के पीछे की खास वजह ये भी है कि इसकी ऊपरी सतह ज्यादा सेकने की वजह Crispy हो जाती है । जिससे इसी खाने में और भी ज्यादा मजा आता है ।

इसी सवाल का दूसरा जवाब है कि हम बचपन से ही अपने मन में ये मान के चले आ रहे हैं कि तिकोना परांठा, गोल परांठे से अधिक स्वादिष्ट होता है यानि की हमारे बीच में ये चलन बन गया है कि तिकोना परांठा गोल परांठे से ज्यादा टेस्टी है। इसका स्वाद टेस्टी लगने के पीछे इसका डिजाइन भी अहम भूमिका निभाता है क्योंकि हमारी थाली यदि रोटी, परांठा, पूरी आती है तो हमें लगता है कि गोल ही होगी। लेकिन जब हम इन्हीं में से परांठे या पूरी को तिकोना बनाकर खाते हैं तो हमें लगता है कि इसका टेस्ट ज्यादा अच्छा है बल्कि सच ये है कि हमें अपनी थाली में रखे परांठे का अलग आकार पसंद आता है जिसे हम चाव के साथ खाते हैं तो अनायस ही हमें उसका स्वाद ज्यादा टेस्टी लगता है।

ये रही तिकोना परांठा बनाने की विधि

सबसे आपको आटे को गूंथ लेना है और इसी वक्त इसमें थोड़े रिफाइंड ऑयल का भी इस्तेमाल करें ताकि आटा मुलायम रहे। इसके बाद उबले हुए आलू. हरी मिर्च, अजवाइन, धनिया, जीरा, हरा धनिया, अमचूर पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, नमक स्वादानुसार लें और अच्छे से मिला लें। फिर आटे का डो बनाकर रोटी बना लें और रोटी को तिकोने आकार में काट लें, आपको तिकोने आकार के दो पीस काटने होंगे उसके आद पहले तिकोने पीस पर मसाले और आलू के पेस्ट को रखें और ऊपर से दूसरा तिकोना पीस रखकर अच्छे से बेल दें। ध्यान रहे परांठे की साइड खुली नहीं रहनी चाहिए इसलिए उंगलियों की मदद से साइडें बद कर लें । अब आप अपने परांठे को घी या तेल की मदद से अच्छे से सेक कर उसके स्वाद का मचा ले सकते हैं ।

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