नाड़ी देखकर डा. मुकेश उनियाल बता देंगे असाध्य रोगों का इलाज! 12 सालों से है नाड़ी विद्या में महारथ हासिल

देहरादून: दिल्ली में प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्य करने के पश्चात देहरादून शहर मे अपने उत्तराखण्ड मे 3 वर्षों से सेवाएं दे रहा हूँ, प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे डाबर इंडिया प्रा.लि। जीवा आयुर्वेद, अंजलि मुखर्जी, हेल्थ टोरल, उनापुर NRHM रुद्रप्रयाग मे सरकारी संस्थानों में कार्य कर चुका हूं. मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के पथियाणा ग्राम में जन्म हुआ. उत्तराखण्ड से अत्यधिक लगाव के कारण तथा आयुर्वेद के क्षेत्र मे विकास के लिए प्रतिष्ठित संस्थानों से Job छोड़ के उत्तराखण्ड देहरादून मे अहान आयुर्वेद एवं नाडी परीक्षण क्लिनिक के रूप में अपने चिकित्सक धर्म का पालन कर रहा हूं, उत्तराखंड से लगाव यहां प्राकृतिक सौंदर्य तथा प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक जड़ी बूटियां आसानी से मिलती है. आयुर्वेद में बहुत ताकत है. 12 वर्षों की मेहनत के पश्चात मैं अपने क्लीनिक में असहाय रोगियों को आयुर्वेद पद्धति से इलाज करता हूं. नाडी विज्ञान अपने आप में अनूठा है. जिसमें मरीज की प्रकृति, विकृति, रोगों के बारे में जानकारी मिलती है.

 

मैं अपने क्लीनिक में किसी भी मरीज के बिना टेस्ट के केवल नाडी से ही रोगों को जानकर इलाज करता हूं. मैं मरीजों को नाड़ी परीक्षण के बाद बीमारी बताता हूं, फिर उसके पश्चात मरीजों से पूछता हूं. कि वह अपनी समस्या बताए.

 

12 वर्षों में मैने पाया कि मरीज छोटी छोटी बातों का ध्यान नहीं देते जिसके कारण बीमारी बढ़ती है. जैसे पानी कम पीना, मिर्च मसाले वाले खाने का अत्यधिक सेवन. समय से नहीं सोना, समय से भोजन नहीं लेना, अनियमित आहार आपकी समस्या को दर्शाता है. मैं आप लोगों के माध्यम से यह बताना चाहता हूं कि चिकित्सकों के द्वारा मरीज को कांसोलिंग अच्छी देनी चाहिए. जिससे रोगी को आराम के साथ-साथ बीमारी भी जड़ से दूर हो सके.

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