नई दिल्ली: सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मुलकात कर प्रदेश में चल रहे आयुष्मान भव अभियान की प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही तकनीकी दिक्कतों से भी अवगत कराया. जिस पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री फौरन राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारियों को समस्या हल करने के निर्देश दिये. डॉ. रावत ने बताया कि प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही तकनीकी अड़चनों दूर करने को लेकर उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ भी बैठक की. जिसमें तकनीकी समस्याओं एवं अन्य विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। डॉ. रावत ने बताया कि एनएचए के अधिकारियों ने आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही तकनीकी दिक्कताओं को दूर करने के लिये तत्काल अपनी टीम देहरादून रवाना किया. जिसमें एनएचए के स्टेट कॉर्डिनेटर उत्तराखंड हृदयानंद पुस्ती तथा तकनीकी टीम के सदस्य शामिल हैं. एनएचए टीम ने शनिवार को ही राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के कार्यालय पहुंकर यहां के कार्मिकों के साथ मिलकर प्रदेशभर के कॉमन सर्विस सेंटर्स (सीएससी) की मैपिंग कर आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही दिककतों को दूर कर दिया है. अब राज्य के सभी सीएससी में बिना किसी दिक्कत के आयुष्मान कार्ड बनने शुरू हो गये हैं.
उत्तराखंड के हर जिले को 10 हजार आभा आईडी और 5 हजार आयुष्मान कार्ड का लक्ष्य
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने राजस्थान प्रवास के बीच स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर 26 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक प्रदेशभर में व्यापक अभियान चला कर आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाने के निर्देश दिये हैं. इसके लिये उन्होंने सेवा पखवाडे के अंतर्गत प्रत्येक जनपद को प्रति दिन 10 हजार आभा आईडी व 05 हजार आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया है. डॉ. रावत ने कहा कि सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दे दिये गये हैं. उन्होंने बताया कि सभी सीएमओ को प्रत्येक दिन की रिपोर्ट से स्वास्थ्य महानिदेशलय व शासन को अवगत भी कराना होगा. जिसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. जिसकी शासन स्तर पर भी मॉनिटिरिंग की जायेगी.