भारतीय फिल्मों का विदेशों में शूट किया जाना अब उतनी बड़ी बात नहीं रही। एक वक्त था जब यश चोपड़ा ने अपनी फिल्मों के जरिए स्विजरलैंड को भारत में पॉपुलर कर दिया था। आज तो लगभग हर दूसरी फिल्म किसी विदेशी लोकेशन पर शूट की जाती है। लेकिन विदेश में फिल्मों को शूट किए जाने के इस ट्रेंड की शुरुआत बहुत पुरानी है।
राज कुमार की ‘संगम’ के नाम नहीं है ये रिकॉर्ड
क्या आप जानते हैं कि 1930 में पहली बार भारतीय फिल्म विदेश में शूट की गई थी। अगर आप सोच रहे हैं कि राज कपूर की ‘संगम’ (1964) विदेश में शूट की गई पहली फिल्म थी तो आप गलत हैं। ना तो संगम और ना ही अशोक कुमार की फिल्म ‘नाज’ (1964) वो पहली फिल्म है, जिसे बाहर शूट किया गया।
विदेश में शूट हुई पहली भारतीय फिल्म कौन सी?
विदेशी लोकेशन पर शूट की गई पहली भारतीय फिल्म का नाम ‘अफ्रीका में हिंद’ था। साल 1940 में हिरेंद्र कुमार बसु के निर्देशन में बनी इस फिल्म को अफ्रीका में शूट किया गया था। यह पूरी की पूरी फिल्म ही अफ्रीका में शूट की गई थी। खबरों की मानें तो 1938 में हिरेंद्र को भारतीय नेशनलिस्ट लीडर सेठ गोविंद दास ने संपर्क किया और भारत के अफ्रीका के साथ संबंधों पर फिल्म बनाने के लिए कहा।
सेठ गोविंद ने हिरेंद्र कुमार बसु से कही थी ये बात
South Asia Monitor की रिपोर्ट के मुताबिक बसु ने अपना आइडिया बताते हुए कहा, “मैं बहुत पहले से सेठ गोविंद दास जी को जानता था। उन्होंने मुझे बताया कि यूरोपियन लोग भारतीय इतिहास को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि विदेश में हमारी उपलब्धियों को लेकर हमारे पास कोई डॉक्यूमेंटेशन (रिकॉर्ड) नहीं हैं।” इस तरह हिरेंद्र कुमार बसु ने अपनी इस महत्वाकांक्षी फिल्म पर काम शुरू किया।