वकालत छोड़ महिलाओं को दिया रोजगार, होली पर प्राकृतिक रंग बनाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही आशा सेमवाल

देहरादून: सच कहूंगा से बातचीत करते हुए नई आशा समूह की अध्यक्षा आशा सेमवाल कहती हैं कि वह पिछले कई सालों से महिलाओं को अपने साथ जोड़कर उन्हें रोजगार मुहैया करा रही हैं. उन्होंने मसाले बनाने से लेकर कढ़ाई बुनाई करना. गरीब महिलाओं और कैंसर पीड़ितों की मदद करने का काम भी किया है. वह पिछले 4 सालों से ऑर्गेनिक होली के कलर बनाने की ट्रेनिंग महिलाओं को दे रही हैं. अब तक वह 1580 महिलाओं को ट्रेनिंग दे चुकी हैं और यह सिलसिला अभी यूं ही जारी है. वह हर साल होली के प्राकृतिक रंग बनाने का काम करती हैं और उन्हें मार्केट और आसपास के क्षेत्रों में बेचती भी हैं. इससे उन्हें और उनकी सहयोगी महिलाओं को रोजगार उपलब्ध होता है.

वह कहती हैं कि होली पर लाल और गुलाबी रंग को लोग ज्यादा पसंद करते हैं. लाल और गुलाबी रंग को घर पर बनाने के लिए आप लाल चंदन पाउडर व गुलाब की पंखुड़ियां का इस्तेमाल कर सकते हैं. गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों को सुखाकर, मसलकर पाउडर बना लें और थोड़ा इसमें चंदन पाउडर भी मिला लें. इससे आपका लाल रंग तैयार हो जाएगा. इसे गुलाबी रंग देने के लिए इसमें थोड़ा सा गेहूं का आटा मिला दें.

यदि आपको होली के पानी वाले प्राकृतिक रंग बनाने हैं तो आप अनार के छिलकों का इस्तेमाल कर सकते हैं. अनार के छिलकों को पानी में डालकर उबाल दें, रातभर रखा रहने दें. सुबह तक आपका लाल रंग तैयार हो जाएगा. ये आपकी स्किन को कई तरह से फायदा भी पहुंचाएगा.

 

 

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