मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बागेश्वर उप चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया है। मुख्यमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में धामी लगातार विपक्षी दलों के नेताओं पर रणनीतिक नजर रखे हुए हैं। वह हर मजबूत कड़ी को विपक्ष से तोड़कर भाजपा से जोड़ रहे हैं। कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं के भाजपा में शामिल होने की फेहरिस्त खत्म होने के बजाय लंबी होती जा रही है।
शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पिछले विधानसभा चुनाव में बागेश्वर से प्रत्याशी रहे रंजीत दास भी अब भाजपा के हो गए हैं। सीएम धामी ही रंजीत को भाजपा में शामिल कराने के सूत्रधार रहे हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि रंजीत भाजपा में शामिल होने के लिए कई दिनों से मुख्यमंत्री के संपर्क में थे। संगठन की तरफ से बागेश्वर के पूर्व जिलाध्यक्ष कुंदन परिहार और दशोली (चमोली) के कांग्रेस के पूर्व ब्लाक प्रमुख व अब भाजपा नेता नंदन सिंह बिष्ट को भी यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
जुलाई अंत में राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष के दून दौरे के दौरान इस पर मुहर भी लग गई थी, लेकिन कांग्रेस नेताओं को इसका तनिक भी भान नहीं हुआ। दरअसल, मुख्यमंत्री धामी अपने दूसरे कार्यकाल में जिस तरह से सियासी बैटिंग कर रहे हैं,उससे विपक्ष में बेचैनी है। हरिद्वार से लेकर चंपावत और यूएसनगर, उत्तरकाशी, चमोली समेत तमाम क्षेत्रों से कांग्रेस व विपक्ष के कई नेता भाजपा में शामिल करा दिए हैं।