अरशद खान/ देहरादून: सर्दियां आते ही पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण और कोहरे का कोहराम देखने को मिलता है. हर साल पंजाब में सितंबर-अक्टूबर में माह पराली जलाने का सिलसिला जारी रहता है. इस बार भी पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं लेकिन इस बार पंजाब में पिछले साल के मुकाबले पराली जलाने के मामलों में बहुत ज्यादा कमी देखने को मिली है.

एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पंजाब में इस बार 77% कमी पराली जलाने के मामलों में देखने को मिली है. बताया जा रहा है कि ये खुलासा NASA के Satellite Data से हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में साल 2022 में 630 और साल 2023 में 845 पराली जलाने के मामले सामने आए तो वहीं साल 2024 में 196 पराली जलाने के मामले ही सामने आए हैं.

आपको बता दें पंजाब सरकार लगातार पंजाब के किसानों को परली ना जलाने को लेकर प्रोत्साहित कर रही है वहीं D-composer के छिड़काव से पराली को नष्ट करने पर पंजाब में जोर दिया जा रहा है. इसके लिए पंजाब की भगवंत मान सरकार ने पुलिस और सिविल अधिकारियों को ग्राउंड पर उतारा है. जो खेतों और गांव-गांव में जाकर किसानों को जागरूक करने का काम कर रही है. पराली जलाने की शिकायत मिलने पर किसानों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है.