अरशद खान/ देहरादून: ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को कैंप कार्यालय में ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा की. इस दौरान ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने केंद्र एवं राज्य पोषित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. ग्राम्य विकास मंत्री ने अधिकारियों को उत्पादों की गुणवत्ता पैकेजिंग और मार्केटिंग को बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि पंडित दीन दयाल उपध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अंतर्गत अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण उपरांत रोजगार से जोड़ा जाए. उन्होंने अधिकारियों को रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर सेंटर स्थापित करने के भी प्रयास किए जाए. ताकि युवाओं और स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार सृजित हो.
मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लक्ष्य के सापेक्ष अवशेष आवास निर्माण कार्यों में तेजी से कार्य करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि महिला समूह की आजीविका बढ़ाने के प्रयास किए जाएं. ग्राम्य विकास मंत्री ने अधिकारियों को केंद्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए. बैठक में बताया गया कि आजीविका मिशन के अंतर्गत महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री के विपणन हेतु 17 सरस सेन्टर 24 ग्रोथ सेंटर संचालित किये जा रहे हैं.
समूहों के उत्पादों के विपणन हेतु एयरपोर्ट एवं देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी रेलवे स्टेशन पर आउटलेट की स्थापना की गयी है. महिला समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के अन्तर्गत व्यापक बाजार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से योजना का संचालन किया जा रहा है. महिला स्वयं सहायता समूहों के कुल 467 सीएलएफ के सापेक्ष 159 को सीएलएफ दिया जा चुका हैं. पंडित दीन दयाल उपध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अंतर्गत 2500 से अधिक बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है. इस अवसर पर सचिव ग्राम्य विकास राधिका झा, अपर सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल, अपर सचिव मनुज गोयल, नीतिका खंडेलवाल आदि उपस्थित रहे.