अरशद खान/ देहरादून डेस्क: अकाल तख्त अमृतसर ने डेस्टिनेशन वेडिंग, होटलों, रिसॉर्ट्स, समुद्र तटों और अन्य स्थानों पर विवाह समारोहों ‘आनंद कारज’ के लिए ‘सरूप’ गुरु ग्रंथ साहिब की एक प्रति ले जाने पर प्रतिबंध लगा रखा है. ‘आनंद कारज’ केवल गुरद्वारा साहिब में करने का आदेश है. धर्म प्रचार कमेटी, देहरादून को सूचना मिली की हयात रीजेंसी देहरादून की एक ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ में “आनंद कारज” होने वाला है. धर्म प्रचार कमेटी ने सुचना की पुष्टि के लिए हयात रीजेंसी से संपर्क करके पूछताछ की और अकाल तख्त के आदेश के बारे में अवगत कराया. यह सूचना को अकाल तख्त, धर्म प्रचार कमेटी अमृतसर और इंचार्ज सिख मिशन को भी दी गयी और सबको ई-मेल भी किया.
हयात रीजेंसी ने कारवाई की, डेस्टिनेशन वेडिंग आर्गेनाइजर के धर्म प्रचार कमेटी से संपर्क किया और धर्म प्रचार कमेटी ने समझाया की गुरु ग्रन्थ साहिब का सरूप डेस्टिनेशन वेडिंग की जगह नहीं ले जा सकते और आनंद कारज केवल नज़दीकी गुरद्वारा साहिब जा कर ही करा सकते हैं जिसमें धर्म प्रचार कमेटी हर तरह से मदद करेगी. हयात रीजेंसी देहरादून ने आश्वासन भी दिया की भविष्य में भी इस आदेश का पालन किया जाएगा.
हरप्रीत सिंह, धर्म प्रचार कमेटी की ओर से दी गई जानकारी