सुमित / नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों की तारीखों को एलान होने के बाद दिल्ली राजनीतिक आबोहवा में मई जून की गर्मी देखने को मिल रही है. दिल्ली 7 लोकसभा सीटों पर 25 मई को मतदान होने है. और 4 जून के दिन देशभर में एक साथ चुनावी विजय का शंखनाद होगा. Loksabha election 2024 का ये मुकाबला इस बार इसलिए भी रोचक है क्योंकि देश बुलेट ट्रेन की रफ्तार राजनीति में आगे बढ़ रही आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के साथ दिल्ली, पंजाब, असम, हरियाणा और गुजरात में लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने का फैसला किया है.
दिल्ली में 4-3 के फार्मूले पर AAP
देश में ईमानदारी की राजनीति करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी से दिल्ली की चार लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है. बाकी बची 3 सीटों पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी तय किए जाएगें. अरविंद केजरीवाल इस बार लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों सीटों पर दबदबा बनाने की फिराक में हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता और वोट बैंक एकतरफा है.
कैसा है दिल्ली का सुरक्षा कवच?
अरविंद केजरीवाल ( Arvind kejriwal) ने नई दिल्ली लोकसभा सीट से सोमनाथ भारती, पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से महाबल मिश्रा, पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से कुलदीप कुमार और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से सहीराम पहलवान को उम्मीदवार बनाया गया है. आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली की जनता इस बार दिल्ली की सातों सीटों पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताए ताकि दिल्ली के चारों एक सुरक्षा कवच बनाया जा सके.
दिल्ली लोकसभा सीटों की केजरीवाल को जरुरत
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है लेकिन दिल्ली की सारी शक्तियां एलजी और केंद्र सरकार के पास है. उपर से दिल्ली की लोकसभा सीटों पर बीजेपी के सांसदों का कब्जा है. इन हालातों में अरविंद केजरीवाल अपनी सरकार के कामों को लेकर कई मौकों पर केंद्र सरकार से भिड़ते भी नजर आए लेकिन उनकी आवाज दब जाती है. ऐसे में उन्हें अपनी सरकार की योजनाओं के लिए बार बार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता. दिल्ली के मुद्दे संसद से भी गायब रहते हैं क्योंकि सरकार के विरोध में बोलने वाला कोई भी सांसद नहीं है. इसलिए केजरीवाल अपनी ताकत इस लोकसभा चुनाव में झोंक रहे हैं ताकि दिल्ली की जनता की आवाज संसद तक पहुंच सके वो भी आम आदमी पार्टी और इंडिया गठबंधन के जरिए.