journalist accuses Zee News: शर्मनाक Zee news, महिला एंकर zeenat Siddiqui के संस्थान पर गंभीर आरोप!

अरशद खान: लोकतंत्र का चौथा स्तंभ (fourth pillar of democracy) जो किसी महिला के साथ उत्पीड़न (harassment of a woman) या अन्य किसी दुर्दांत घटना (tragic incident) पर सरकारों के हाथ-पांव फुला देता है. इसी लोकतंत्र के मंदिर (temple of democracy) में एक महिला एंकर (women anchor) के साथ शोषण होने पर इंसाफ (justice) नहीं मिल पा रहा है. जी हां यह तमाम आरोप जो हम आपको बताने जा रहे हैं जी-न्यूज़ (Zee News) की जानी-मानी एंकर जीनत सिद्दीकी (anchor zeenat Siddiqui) ने संपादक रमेश चंद्रा (Ramesh Chandra) और संस्थान के कई उच्च लेवल के लोगों पर लगाए हैं. शनिवार (Saturday) के दिन जीनत सिद्दीकी (zeenat Siddiqui) रोजाना की तरह अपने ऑफिस (office) पहुंची. उस दिन स्टॉफ (staff) कम होता है इसका फायदा उठाकर उन्हें एक मीटिंग (meeting) के बहाने से एक कमरे में बंधक बना लिया गया. उनका सामान, मोबाइल फोन (mobile phone) बाहर ही रख लिया और उन्हें वॉशरूम जाने की अनुमति भी नहीं दी गई, कमरे में सिक्योरिटी गार्ड (security guard) बार-बार पहरा देने आ रहे थे. ऐसा माहौल देखकर जब उन्हें कुछ समझ आने लगा तो वह घबरा गई और उनके हाथ पैर फूलने लगे. उन्हें बंद कमरे मे चाय पिलाने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने पीने से साफ इनकार कर दिया.

 

दरअसल यह मामला मीडिया की सुर्खियों में उस वक्त आया जब महिला पत्रकार जीनत सिद्दीकी (anchor Zeenat Siddiqui) ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल (zeenat Siddiqui x handal) से 8 फरवरी को एक नोट लिख अपना टर्मिनेशन लेटर (termination letter) पोस्ट किया. जीनत सिद्दीकी (Zeenat Siddiqui) ने कम शब्दों में अपनी आपबीती इस पोस्ट में बयान की है कि किस तरह से एक मीडिया संस्थान (media house) उनका उत्पीड़न करता है, उन्हें बंधक बनाकर रखता है, उन्हें डराने धमकाने की कोशिश करता है, आप पढ़िए उनका यह पोस्ट.

X Handel पर शेयर की आपबीती

इस पोस्ट में जीनत सिद्दीकी 6 पॉइंट में अपनी बात को रखती हैं. जिसमें पहला पॉइंट उनके पहले दिन ऑफिस पहुंचने के बाद किए गए दूरबर्ताओ पर है. दूसरे बिंदु में वह बताती है कि अमित बंसल नाम का व्यक्ति उनसे बात करने आता है. उन्हें डराने, धमकाने और अपना रौभ दिखाने की कोशिश करता है. अमित बंसल ने जीनत सिद्दीकी से बेहद अभद्रता पूर्ण व्यवहार किया उन्होंने बाद में मालूम किया तो अमित बंसल जी न्यूज़ का कोई सिक्योरिटी हेड निकाला.

दहशत से फूले हाथ-पांव

महिला पत्रकार को संस्थान ने इतना डराया और इतनी दहशत उनको दिखाई कैसे माहौल में उनका स्वास्थ्य खराब हुआ और उनके पीरियड शुरू हो गए. उस वक्त उनकी हालत कुछ बोलने लायक नहीं थी वह फफक कर रो रही थी. बाहर आकर उनका शरीर हरकत नहीं कर रहा था उन्हें एक एक सांस के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था.

अब आज का कड़वा सच यह है कि जब एक मीडिया संस्थान में है महिलाओं के साथ ऐसा शोषण हो रहा है या ऐसा अभद्र व्यवहार किया जा रहा है. तो फिर मीडिया से देशभर की तमाम महिलाएं तमाम लड़कियां क्या अपने लिए बचाव की, इंसाफ की आवाज की उम्मीद कर सकती हैं. इस घटना के बाद तो ‘नहीं’.

 

जीनत सिद्दीकी ने इस पूरे मामले पर पुलिस को शिकायत की है लेकिन अभी तक किसी भी व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है. खबर में दी गई सारी जानकारी जीनत सिद्दीकी के ऑफिशियल एक्स हैंडल से ली गई है. इस संबंध में हमारी ना तो जी न्यूज़ से कोई वार्तालाप हुई और ना ही पुलिस के साथ कोई बातचीत हुई है.

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